यह एक काल्पनिक बल है जिसे घूर्णन बल भी कहते हैं जो हवाओं के विक्षेपण का कारण बनता है इस बल के कारण पवन ए उत्तरी गोलार्ध में क्लॉक वाइज, दक्षिणा वर्ती तथा दाएं तरफ विक्षेपित होती हैं। तथा दक्षिणी गोलार्ध में क्लॉक वाइज वामावर्ती एवं बाईं तरफ विक्षेपित होती हैं।
ध्रुवों की तरफ यह बल सर्वाधिक लगता है तथा विश्व वित्तीय क्षेत्रों में शून्य हो जाता है अर्थात ध्रुव की तरफ यह बढ़ता जाता है तथा विश्व वित्तीय क्षेत्रों की ओर कम होता जाता है।
पवनों की गति अधिक होने पर विक्षेपण अधिक होता है और पवनों की गति कम होने पर विक्षेपण कम होता है यह बल पवनों की गति को प्रभावित नहीं करता बल्कि पवनों की दिशा को प्रभावित करता है।
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