Latest Study Materials and Test Series

KVS/NVS General Knowledge Notes PDF

KVS NVS GS Notes in Hindi | Free PDF 📘 KVS / NVS GS Notes (General Studies) ये नोट्स खास तौर पर KVS, NVS, EMRS, DSSSB जैसी शिक्षक परीक्षाओं के लिए बनाए गए हैं। 🏛️ इतिहास (History) सिंधु घाटी सभ्यता – हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, कालीबंगा वैदिक काल – ऋग्वैदिक व उत्तरवैदिक मौर्य साम्राज्य – अशोक के शिलालेख गुप्त काल – स्वर्ण युग 1857 का विद्रोह – प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 🌍 भूगोल (Geography) भारत की भौतिक संरचना – हिमालय, मैदान, पठार नदियाँ – गंगा, ब्रह्मपुत्र, सिंधु जलवायु – मानसून प्रणाली मृदा के प्रकार – जलोढ़, काली, लाल भारत के राष्ट्रीय उद्यान ⚖️ भारतीय संविधान (Polity) संविधान लागू – 26 जनवरी 1950 मौलिक अधिकार – 6 राज्य के नीति निर्देशक तत्व राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद संवैधानिक निकाय – UPSC, CAG 💰 अर्थव्यवस्था (Economy) GDP और GNP मुद्रास्फीति (Inflation) बजट के प्रकार नीति आयोग पंचवर्षीय योजनाएँ 🔬 सामान्य विज्ञान (Science) कोशिका – जीव की मूल इकाई मानव रक्त समूह बल और गति के नियम पर्यावरण और पारिस्थितिकी...

NCERT Class 12 Hindi: Lesson 5 - “कवि और कविता” (Kavi Aur Kavita) - Notes

 NCERT Class 12 Hindi: Lesson 5 - “कवि और कविता” (Kavi Aur Kavita) - Notes


यह पाठ प्रसिद्ध कवि प्रेमचंद द्वारा लिखा गया है, जिसमें उन्होंने कवि और कविता के संबंध में अपनी दृष्टि प्रस्तुत की है। यह निबंध कवि के काव्य जीवन, उसकी चिंताएँ और कविता के उद्देश्यों पर आधारित है। प्रेमचंद ने कविता को जीवन के संघर्ष, आदर्श और समाज की सच्चाइयों का परिचायक बताया है।


मुख्य बिंदु:

1. कवि का उद्देश्य:

प्रेमचंद के अनुसार, कवि का मुख्य उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना होता है। कवि केवल कल्पना और सुंदरता के लिए नहीं लिखता, बल्कि उसका उद्देश्य समाज के भीतर छुपी असंतोष, पीड़ा, और संघर्ष को शब्दों में व्यक्त करना होता है।

कविता समाज के सजीव चित्र के रूप में प्रस्तुत होती है, और वह समाज के सुधार का एक प्रभावी माध्यम बन सकती है।

2. कविता का समाजिक महत्व:

कवि के लिए कविता का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं होता, बल्कि यह समाज में जागरूकता और परिवर्तन लाने का एक ज़रिया होता है। कविता समाज के दोषों, अन्याय और असमानताओं को उजागर करती है, जिससे समाज में सुधार की संभावना होती है।

कविता के माध्यम से कवि अपने समय के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर प्रकाश डालता है।

3. कविता और संवेदनशीलता:

प्रेमचंद ने कविता को संवेदनशीलता का रूप माना है। कवि की संवेदनशीलता उसे समाज के छोटे-बड़े मुद्दों को महसूस करने और उसे अपनी रचनाओं में प्रस्तुत करने में मदद करती है।

संवेदनशीलता के साथ कविता लिखने से वह न केवल पाठक को प्रभावित करती है, बल्कि उसे अपने आसपास के वातावरण के प्रति जागरूक भी करती है।

4. कविता का सौंदर्य:

प्रेमचंद के अनुसार, कविता का सौंदर्य केवल उसकी शब्दावली और लय में नहीं होता, बल्कि उसकी गहराई और संदेश में होता है। कविता का वास्तविक सौंदर्य उसके भीतर छुपे विचारों और भावनाओं में है, जो उसे हर पाठक के दिल में गहरी छाप छोड़ने में सक्षम बनाता है।

कविता का सौंदर्य तब अधिक प्रकट होता है जब वह समाज के लिए एक दर्पण का काम करती है और पाठक को जीवन के वास्तविक स्वरूप को समझाती है।

5. कवि की जिम्मेदारी:

प्रेमचंद के अनुसार, कवि की सबसे बड़ी जिम्मेदारी समाज के लिए कुछ रचनात्मक और उपयोगी करना है। कवि को अपनी रचनाओं में समाज के सभी वर्गों की स्थिति, उनके दुख-दर्द और संघर्षों को सही तरीके से चित्रित करना चाहिए।

कवि को अपनी लेखनी से न केवल समाज को जागरूक करना चाहिए, बल्कि उसे बेहतर बनाने के लिए प्रेरित भी करना चाहिए।


सारांश:


“कवि और कविता” पाठ में प्रेमचंद ने कवि के कार्य और कविता के उद्देश्यों पर विचार किया है। उनका मानना है कि कविता का मुख्य उद्देश्य केवल सुंदरता और कल्पना नहीं, बल्कि समाज की सच्चाई और संघर्षों को उजागर करना है। कविता समाज में बदलाव लाने का एक प्रभावी साधन होती है, जो पाठकों को जागरूक और प्रेरित करती है। कवि की जिम्मेदारी समाज के प्रति अपनी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी को समझते हुए सही दिशा में लेखनी चलाने की होती है।


कविता, कहानी या निबंधों में उपयोगी बिंदु:

कविता का वास्तविक सौंदर्य उसके विचार और संदेश में होता है।

कवि का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज के सुधार की दिशा में काम करना होना चाहिए।

कविता समाज को जागरूक करने और बदलाव लाने का एक शक्तिशाली साधन है।

टिप्पणियाँ