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KVS/NVS General Knowledge Notes PDF

KVS NVS GS Notes in Hindi | Free PDF 📘 KVS / NVS GS Notes (General Studies) ये नोट्स खास तौर पर KVS, NVS, EMRS, DSSSB जैसी शिक्षक परीक्षाओं के लिए बनाए गए हैं। 🏛️ इतिहास (History) सिंधु घाटी सभ्यता – हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, कालीबंगा वैदिक काल – ऋग्वैदिक व उत्तरवैदिक मौर्य साम्राज्य – अशोक के शिलालेख गुप्त काल – स्वर्ण युग 1857 का विद्रोह – प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 🌍 भूगोल (Geography) भारत की भौतिक संरचना – हिमालय, मैदान, पठार नदियाँ – गंगा, ब्रह्मपुत्र, सिंधु जलवायु – मानसून प्रणाली मृदा के प्रकार – जलोढ़, काली, लाल भारत के राष्ट्रीय उद्यान ⚖️ भारतीय संविधान (Polity) संविधान लागू – 26 जनवरी 1950 मौलिक अधिकार – 6 राज्य के नीति निर्देशक तत्व राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद संवैधानिक निकाय – UPSC, CAG 💰 अर्थव्यवस्था (Economy) GDP और GNP मुद्रास्फीति (Inflation) बजट के प्रकार नीति आयोग पंचवर्षीय योजनाएँ 🔬 सामान्य विज्ञान (Science) कोशिका – जीव की मूल इकाई मानव रक्त समूह बल और गति के नियम पर्यावरण और पारिस्थितिकी...

EMRS , TGT , PGT, LT, Important Hindi Notes

 EMRS TGT Hindi syllabus के अनुसार तैयार हैं 👇





📘 EMRS TGT Hindi Notes (भाग 1)




🪶 भाग–1 : भाषा और व्याकरण (Language & Grammar)




1. भाषा का परिचय



  • भाषा – मनुष्यों के विचारों, भावनाओं और अनुभवों की अभिव्यक्ति का माध्यम है।
  • भाषा की विशेषताएँ –
    1. समाजिकता (Social character)
    2. परिवर्तनशीलता (Dynamic nature)
    3. प्रतीकात्मकता (Symbolic system)
    4. संप्रेषणीयता (Communicative tool)




2. हिंदी भाषा का उद्गम



  • मूल स्रोत: संस्कृत → प्राकृत → अपभ्रंश → हिंदी
  • मुख्य रूप: खड़ी बोली (आधुनिक हिंदी का आधार)
  • हिंदी की बोलियाँ: ब्रज, अवधी, भोजपुरी, हरियाणवी, बुंदेली, राजस्थानी आदि।




3. वर्ण-विचार



  • वर्ण – ध्वनि की वह इकाई जो उच्चारण में अविभाज्य हो।
  • वर्णमाला – 13 स्वर + 33 व्यंजन = 46 वर्ण
  • स्वर: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः
  • व्यंजन: क से ह तक + संयुक्ताक्षर




4. संधि



  • अर्थ: दो वर्णों या शब्दों के मिलने से होने वाला रूप परिवर्तन।
  • प्रकार:
    1. स्वर संधि
    2. व्यंजन संधि
    3. विसर्ग संधि

  • उदाहरण:
    1. राम + ईश्वर = रामेश्वर (स्वर संधि)
    2. तद् + गुण = तग्गुण (व्यंजन संधि)
    3. लोकः + इति = लोकेति (विसर्ग संधि)




5. समास



  • अर्थ: दो या दो से अधिक शब्दों का मिलकर एक नया शब्द बनना।
  • मुख्य प्रकार:
    1. द्वंद्व — माता-पिता
    2. तत्पुरुष — जलपान (जल का पान)
    3. कर्मधारय — नीलकमल (नीला कमल)
    4. बहुव्रीहि — पीताम्बर (जो पीले वस्त्र धारण करता है)
    5. अव्ययीभाव — उपर्युक्त




6. उपसर्ग और प्रत्यय



  • उपसर्ग: शब्द के आरंभ में लगने वाला रूप (जैसे – प्र, अनु, सम, परा)
  • प्रत्यय: शब्द के अंत में जुड़ने वाला रूप (जैसे – कता, ई, पन, वाला)




7. शब्द भेद



  • संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रियाविशेषण, अव्यय, संबंधबोधक, विस्मयादिबोधक




8. कारक और विभक्ति



  • संज्ञा/सर्वनाम और क्रिया के संबंध को कारक कहते हैं।
  • छः कारक: कर्ता, कर्म, करण, संप्रदान, अपादान, अधिकरण
  • विभक्ति चिह्न: ने, को, से, के लिए, का/की/के आदि।




9. काल और वाच्य



  • काल: वर्तमान, भूत, भविष्य
  • वाच्य: कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य, भाववाच्य




10. अनेकार्थक, पर्यायवाची, विलोम शब्द



  • अनेकार्थक: जिनका एक रूप अनेक अर्थ देता है (जैसे – जल = पानी / हराना / नष्ट करना)
  • पर्यायवाची: समान अर्थ वाले शब्द (जैसे – सूर्य = भानु, दिवाकर)
  • विलोम: विपरीत अर्थ वाले शब्द (जैसे – दिन – रात)






📚 भाग–2 : साहित्य (Sahitya)




हिंदी साहित्य का विकास काल विभाजन



  1. आदिकाल (1050–1350 ई.) – वीरगाथा काव्य, रचनाएँ: पृथ्वीराज रासो
  2. भक्तिकाल (1350–1700 ई.) – रामभक्ति और कृष्णभक्ति धारा
    • प्रमुख कवि: कबीर, तुलसीदास, सूरदास, मीराबाई

  3. रीतिकाल (1700–1850 ई.) – श्रृंगार प्रधान काव्य
    • प्रमुख कवि: बिहारी, केशवदास, पद्माकर

  4. आधुनिक काल (1850 से अब तक)
    • भारतेन्दु युग
    • द्विवेदी युग
    • छायावाद युग
    • प्रयोगवाद, नई कविता, जनवादी कविता






🧑‍🏫 भाग–3 : भाषा-शिक्षण और शिक्षण विधियाँ



  • भाषा शिक्षण के उद्देश्य: सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना चार कौशलों का विकास
  • मुख्य विधियाँ:
    1. व्याकरण-अनुवाद विधि
    2. प्रत्यक्ष विधि
    3. श्रवण-दृश्य विधि
    4. संप्रेषणात्मक विधि
    5. क्रियात्मक दृष्टिकोण (Activity-based Learning) 


🪶 भाग – 2 : हिंदी साहित्य का विस्तृत परिचय

🧭 1. हिंदी साहित्य का काल-विभाजन

काल

समय सीमा

प्रमुख प्रवृत्ति

प्रमुख कवि

आदिकाल

1050–1350 ई.

वीरगाथा काव्य, धर्म प्रचार

चंदबरदाई, जगनिक

भक्तिकाल

1350–1700 ई.

ईश्वर भक्ति, सरल भाषा

कबीर, तुलसीदास, सूरदास

रीतिकाल

1700–1850 ई.

श्रृंगार रस, अलंकारिक भाषा

बिहारी, केशवदास, देव

आधुनिक काल

1850 ई. से वर्तमान

समाज सुधार, राष्ट्रवाद, प्रयोगवाद

भारतेन्दु, महादेवी, निराला




🌿 2. आदिकाल (वीरगाथा काल)


🔸 प्रमुख विशेषताएँ

  • राजाओं और वीरों की वीरता का वर्णन
  • प्राचीन लोकगाथाओं की शैली
  • भाषा – अपभ्रंश से विकसित प्रारंभिक हिंदी

🔸 प्रमुख कवि और रचनाएँ



  • चंदबरदाई – पृथ्वीराज रासो
  • जयनक – अलंकार संग्रह
  • जगनिक – अल्हा खंड



🌸 3. भक्तिकाल

भक्तिकाल को दो धाराओं में बाँटा गया है 👇

धारा

प्रमुख कवि

विशेषता

निर्गुण भक्ति धारा

कबीर, रैदास, दादू

ईश्वर निराकार, रूपरहित

सगुण भक्ति धारा

तुलसीदास, सूरदास, मीराबाई

ईश्वर साकार रूप में



🔹 प्रमुख कवि और रचनाएँ



  • कबीरदास – बीजक, साखी, सबद, रमैनी
    • “कबीर के दोहे” प्रसिद्ध हैं
    • निर्गुण भक्ति के प्रवर्तक
    • प्रमुख विषय – ईश्वर भक्ति, समाज सुधार, अंधविश्वास-विरोध

  • रैदास (रविदास) – मन चंगा तो कठौती में गंगा
    • जातिवाद विरोधी सन्देश

  • तुलसीदास – रामचरितमानस, विनय पत्रिका, कवितावली, दोहावली
    • सगुण रामभक्ति शाखा
    • सरल अवधी भाषा

  • सूरदास – सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य लहरी
    • सगुण कृष्णभक्ति शाखा
    • वात्सल्य और माधुर्य भाव प्रमुख

  • मीराबाई – गीत गोविंद तिलक, पदावली
    • कृष्ण के प्रति प्रेम और समर्पण






💐 4. रीतिकाल (श्रृंगारिक युग)




🔸 विशेषताएँ



  • काव्य का केंद्र नायक-नायिका और श्रृंगार रस
  • भाषा – ब्रजभाषा
  • अलंकारिकता और भाव सौंदर्य


🔹 प्रमुख कवि और रचनाएँ

कवि

प्रमुख रचना

विशेषता

बिहारी

बिहारी सतसई

श्रृंगार और नीति दोहे

केशवदास

रसिकप्रिया, कविप्रिया, रामचंद्रिका

रीति ग्रंथों के निर्माता

देव

भवानी विलास, रस रंग

अलंकारिक शैली

पद्माकर

जगद्विनोद, हर्षविलास

दरबारी कवि

मतिराम

रसराज, भावप्रकाश

श्रृंगार रस के कवि



🕊️ 5. आधुनिक काल




🕯️ (1) भारतेन्दु युग (1850–1900 ई.)



  • हिंदी गद्य का आरंभिक युग
  • समाज सुधार, राष्ट्रीयता
  • भाषा – खड़ी बोली
  • प्रमुख लेखक:
    • भारतेन्दु हरिश्चंद्र – “अंधेर नगरी”, “भारत दुर्दशा”
    • बालकृष्ण भट्ट – “हिंदी प्रदीप”
    • प्रताप नारायण मिश्र – “ब्रजभाषा हिटोपदेश”




🕯️ (2) द्विवेदी युग (1900–1920 ई.)



  • निबंध, आलोचना, कहानी का विकास
  • भाषा शुद्ध और संस्कृतनिष्ठ
  • प्रमुख लेखक:
    • महावीरप्रसाद द्विवेदी – “सरस्वती पत्रिका” के संपादक
    • मैथिलीशरण गुप्त – “साकेत”, “भारत भारती”
    • नरेन्द्र शर्मा, अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध




🌺 (3) छायावाद युग (1918–1938)



  • कल्पना, प्रकृति, प्रेम, रहस्यवाद
  • “चार स्तंभ” – जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा, निराला
  • मुख्य रचनाएँ:
    • कामायनी – जयशंकर प्रसाद
    • गुंजन, पल्लव – पंत
    • दीपशिखा, यामा – महादेवी वर्मा
    • तुलसीदास, सरोज स्मृति – निराला




🌿 (4) प्रयोगवाद, नई कविता और जनवादी काव्य (1938 के बाद)



  • समाज, यथार्थ, विद्रोह, व्यक्ति चेतना
  • प्रमुख कवि: अज्ञेय, नागार्जुन, केदारनाथ अग्रवाल, मुक्तिबोध


📖 6. हिंदी गद्य का विकास

गद्य रूप

प्रमुख लेखक

रचना

निबंध

हजारी प्रसाद द्विवेदी, हरिशंकर परसाई

“कुटज”, “भोलाराम का जीव”

उपन्यास

प्रेमचंद

“गोदान”, “गबन”, “नमक का दारोगा”

कहानी

जयशंकर प्रसाद, मृदुला गर्ग

“इदगाह”, “छोटीसी बात”

नाटक

भारतेन्दु, प्रसाद

“अंधेर नगरी”, “चन्द्रगुप्त”




🧠 परीक्षा में पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्न (Objective Style)



  1. ‘सूरसागर’ के रचयिता कौन हैं?
    → सूरदास
  2. ‘रामचरितमानस’ किस भाषा में लिखी गई?
    → अवधी
  3. ‘कामायनी’ के कवि कौन हैं?
    → जयशंकर प्रसाद
  4. ‘अंधेर नगरी चौपट राजा’ के लेखक हैं—
    → भारतेन्दु हरिश्चंद्र
  5. ‘भारत भारती’ की रचना किसने की?
    → मैथिलीशरण गुप्त


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